बुधवार, 14 सितंबर 2016

मेट्रिमोनियल साइट्स इस्तेमाल करते समय बरतें सावधानी

कहते है जोडियां ऊपर वाला बनाता है मगर बदलते दौर में मेट्रिमोनियल साइट्स जिंदगी के इस नए रिश्तें की बुनियाद रखने में बहुत हद तक कामयाब हो चुकी है। अब अधिकांश रिश्तें मोट्रिमोनियल साइट्स बना रही है। इससे मेट्रिमोनियल साइट्स का कारोबार भी लगातार बढता जा रहा है साथ ही इन साइट्स के बढ़ते प्रचलन के कारण इनका दुरूपयोग भी बड़े स्तर पर किया जा रहा है। पेश है एक रिपोर्ट:-

एक दशक पहले तक चिर-परिचित के माध्यम से ही शादी के लिए रिश्ते ढ़ूंढे जाते थे। अकसर रिश्ते ढुंढने में खासा वक्त बित जाता था। ऐसे में आपने लोगों को यह भी कहते हुए सुना होगा कि जिसके नसीब में जो होगा और जब होगा, उसे वही मिलेगा। बदलते दौर में जहां हर चीज हाईटेक होती जा रही है, वही शादी के लिए रिश्ते ढूंढना भी अब एक व्यवसाय बन चुका है। जी हां, मेट्रिमोनियल साइट्स से तो आप परिचित होगें ही। इन्ही मेट्रिमोनियल साइट्स पर अब रिश्ते चंद घंटों में मिलने संभव हो गये है।

कैसे काम करती है ये मेट्रीमोनियल साइट्स

मेट्रीमोनियल साइट्स पर सबसे पहले खुद को रजिस्टर्ड करना होता है। रजिस्टर्ड करने के बाद आपको अपने बारें में बेसिक जानकारियां देनी होगी, इससे आपकी आईडी बन जाएगी। आईडी बनते ही आपको आपना एक पासवर्ड भरना होगा। भविष्य में आप इसी आईडी के माध्यम से अपने पार्टनर ढूंढ सकते हैं। पार्टनर ढूंढने के बाद यदि आप उनसे सम्पर्क करना चाहते हैं तो आपको इसके लिए वेबसाइट की सदस्यता लेनी होगी। विभिन्न वेबसाइट्स में अलग अलग सदस्यता शुल्क लिया जाता है। आमतौर पर,मेट्रीमोनियल साइट्स तीन तरह की सदस्यता देते हैँ जिन्हें गोल्डन, डायमंड और प्लेटिनम मेंबरशिप कहां जाता है। इन मेंबरशिप के अलग अलग शुल्क निर्धारित किया गया है। साथ ही इनकी वैधता भी अलग अलग है। जैसे गोल्डन मेंबरशिप में 1500 से 2000 रूपये तक देने होते है,इसकी वैधता तीन माह की होती है साथ ही इसमें आप लगभग 500 लोगों की पर्सनल डिटेल्स जान सकते हैं। डायमंड मेंबरशिप में वैधता 6 माह और प्लेटिनम मेंबरशिप में वैधता एक साल दी जाती है।

रिश्ते ढूंढने के लिए अब ओर भी विकल्प है

1)न्यूजपेपर और मैग्जीन्स-अखबार में भी इश्तेहार देकर आप रिश्तें ढूंढ सकते हैं। अखबार में एक पेज क्लासीफाइडस का दिया जाता है। जिनमें बहुत कम रेट पर आपका विज्ञापन प्रकाशित किया जाता है।

2)मैरिज ब्यूरो-छोटे कस्बों से लेकर बड़े शहरों तक में अब मैरिज ब्यूरों खुल चुके है। यहां सदस्यता शुल्क जमा कराकर आप खुद को रजिस्टर्ड कर सकते हैं। यहां मैरिज ब्यूरो आपके लिए रिश्ते ढूंढेगा। आपको रिश्ता पक्का होने पर कुछ शुल्क भी देना होता है। गरीब कन्याओं का विवाह भी कई मैरिज ब्यूरो अपने खर्चे पर कराते हैं।

कुछ फेमस मेट्रीमोनियल साइट्स

www.jeevansathi.com

www.shaadi.com

www.simplymarry.com

www.bharatmatrimony.com

www.communitymatrimony.com

रिश्ता जोडने से पहले यह बाते जरूर जांच लें

-कोई क्रिमिनल केस तो नही है

-समाज में परिवार की कैसी छवि है

-फैमिली बैंकग्राउंड संबंधी जानकारी जरूर करें

-मेडिकल फिटनेस की भी जांच करें

-परिवार के सभी लोगों के बारे में जानकारी करें

-आय के स्त्रोत की जांच भी आवश्यक है

-अगर हो सकें तो, पढाई संबंधी डिग्रियों की जांच भी करें

-आसपड़ोस में भी परिवार के बारें में पूछताछ कर लें


बढ़ रहें है धोखे भी

मेट्रीमोनियल साइट्स के प्रचलन के साथ साथ यहां धोखे भी बढ़ रहे हैं। कुछ मामलों में सामने आया है कि मेट्रीमोनियल साइट्स पर लोग अपना अतीत को छुपा लेते हैं, जैसे पहले से की गई शादी,तलाक या फिर पहली शादी से हुए बच्चें। शादी के बाद ऐसी बातें पता चलने पर स्थिति ज्यादा विकराल रूप धारण कर लेती है। अक्सर तलाक तक की नौबत आ जाती है। इसलिए जरूरी है कि साइट्स से प्रोफाइल डिटेल्स लेने के बाद आप अपने स्तर से जांच पड़ताल कर लें। ताकि बाद में कोई परेशानी ना हो।

एनआरआई के मामले में बरते सावधानी

एनआरआई दुल्हों के धोखाधड़ी के मामले ज्यादा प्रकाश में आए है। एनआरआई दुल्हें या तो शादी के बाद लड़की को विदेश नही ले जाते या फिर विदेश ले जाकर वापस भारत नही आते। ऐसे में लड़की भी विदेश में कैद होकर रह जाती है। वही भारतीय परिवेश में पली-बड़ी लड़की विदेशी सांस्कृति में खुद को ढ़ालने में असहाय महसूस करती है। इसलिए पहले से ही जांच पड़ताल कर लें कि जहां आप अपनी लड़की का रिश्ते करने जा रहे है क्या वह भारतीय संस्कृति को महत्ता देते है या नही। इसके अलावा भी एनआरआई के साथ कई दिक्कतें आती है। यदि एनआरआई संबंधी कोई शिकायत पुलिस में की जाती है तो मामला विदेश से जुडा होने के कारण पुलिस भी देरी से हाथ डालती है। एनआरआई से रिश्ता जोड़ने से पहले विशेष सावधानियां बरते और पहले से ही सारी जांच पड़ताल कर ले ताकि बाद में कोई समस्या उत्पन्न ना हो। एनआरआई के संबंध में विदेश मंत्रालय में जाकर भी आप तहकीकात कर सकते हैं।

डिटेक्टिव एंजेसियों की भी ले सकते है मदद

आजकल जासूसी करने के लिए डिटेक्टिव एंजेसियां सक्रिय है। यदि आप किसी के बारे में गहनता से जांचना चाहते हैं तो आप इन एजेंसियों की सहायता ले सकते हैं। यहां आपको इस काम के लिए फीस देनी होगी और एक निर्धारित अवधि के बाद आपको संबंधित व्यक्ति का पूरा चिट्ठा मिल जाएगा। दिल्ली स्थित बीएमडी डिटेक्टिव एंजेसी के मालिक पंकज सरोहा बताते है कि उनके पास शादी से पहले कई लोग लड़के या लड़की के बारे में जानकारी लेने के लिए आते हैं। हम उन्हें सभी जानकारियां उपलब्ध करा देते हैं जैसे-पहले कोई शादी हुई है या नही, कोई अपराधिक मामला है या नही, किसी बुरी लत का आदी है या नही आदि के अलावा परिवार की पूरी जानकारी।

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