सोमवार, 12 सितंबर 2016

किताबों का ऑनलाइन प्लेटफार्म: नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी

कल्पना कीजिए एक ऐसे ऑनलाइन पोर्टल की जहां स्कूल जाने वाले बच्चें से लेकर हायर एजुकेशन प्राप्त कर रहे नौजवान तक के लिए ऑडियोवीडियोडिजिटल आदि तरीके से तमाम स्टडी मैटीरियल मौजूद हो। आप शायद इसे काल्पनिक ही समझे लेकिन इस कल्पना को सच कर दिखाया है आईआईटी खड़गपुर ने एनडीएल यानि नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी के माध्यम से। यह लाइब्रेरी नेशनल मिशन ऑन एजूकेशन थ्रू इनफार्मेशन एण्ड कम्यूनिकेशन टेक्नोलॉजी के तहत विकसित की जा रही है। नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी के बारे में विस्तार से बता रहा है यह आलेख-


नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी ऐसा ऑनलाइन प्लेटफार्म है जहां 40 प्रकार के लर्निंग रिसोर्स और एक लाख लेखकों द्वारा लिखे गए 13 लाख से भी ज्यादा लेख आदि मौजूद है। इतना ही नहीं, एनडीएल पर रविन्द्र नाथ टैगोर के साहित्य को भी डिजिटल रुप दिया गया है। इसके अलावा यहां 2 लाख से अधिक ऑडियो किताबें, एनसीईआरटी की सभी कक्षाओं की सभी किताबें, विभिन्न संस्थानों से भारतीय शोधार्थियों द्वारा लिखित 36 हजार से अधिक थीसिस एवं सिनॉप्सिस, 50 हजार से अधिक कृषि संबंधी पुस्तकें व शोध,5 लाख से अधिक वैश्विक शास्त्रीय पुस्तकें आदि मौजूद है, यह सब सुविधा सरकार की ओर से छात्रों को निशुल्क मुहैया कराई जाएगी। मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एमएचआरडी) की पहल पर आईआईटी खड़गपुर द्वारा विकसित की गई इस डिजिटल लाइब्रेरी का पहले चरण का काम भी पूरा नही हुआ है लेकिन अभी भी यहां इतना स्टडी मैटीरियल ऑनलाइन हो चुका है कि पीजी स्तर के छात्रों को भी कोई असुविधा ना हो। साइट की देखरेख कर रहे आईआईटी खड़गपुर की टीम का मानना है कि पहला चरण मार्च 2018 तक पूरा होगा। पूरी साइट को दो चरणों में अंतिम रूप दिया जाएगा। साइट का काम पूरा होने के बाद यह विश्व का अपनी तरह का सर्वश्रेष्ठ प्लेटफार्म होगा जहां शिक्षा प्राप्त करने वालों के लिए तमाम तरह का स्टडी मैटीरियल मौजूद होगा। भविष्य में एनडीएल पर अध्ययन सामग्री अंग्रेजीहिन्दी के साथ ही 70 भाषाओं में मौजूद होगी। एनडीएल पर अध्ययन सामग्री टेक्सटऑडियो,वीडियो और प्रजेन्टेशन के चार फार्मेट में मौजूद हैं। इस पोर्टल पर मिलने वाली तमाम जानकारी अधिकृत होगी क्योंकि देशभर के उच्च शिक्षा संस्थानों के डिजिटाइज्ड और डिजिटल कंटेन्ट ही इससे लिंक किए गए हैं। एनडीएल की सबसे खास बात यह होगी कि यहां स्टडी मैटरियल से संबंधित किसी भी समस्या पर एक्सपर्ट से ऑनलाइन पूछताछ भी की जा सकती है। एनडीएल पर मौजूद तमाम स्टडी मैटीरियल को पाठक डाउनलोड भी कर सकता है और अपने किसी मित्र को ऑनलाइन भेज भी सकता है।

पलक झपकते ही सामने होता है स्टडी मैटीरियल
नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी पर यदि आपको किसी टॉपिक से संबंधित जानकारी चाहिए तो उसके लिए सिर्फ आपको एक पलक ही झपकनी होगी। साइट को हाई कंफिग्रेशन पर डिजाइन किया गया है ताकि कम से कम समय में उचित स्टडी मैटीरियल पाठक तक पहुंच सकें। साइट को ओपन करते ही सामने सर्च बार नजर आएगा। इस सर्च बार में जो भी टाइप किया जाएगा, उससे संबंधित डिजिटल लाइब्रेरी में मौजूद तमाम मैटीरियल एक सेकेंड से भी कम समय में स्क्रीन पर नजर आ जाएगा। उदहारण के तौर पर यदि हम कबीर सर्च करते हैं तो मात्र 0.34 सेकेंड में कबीर से जुडे 687 स्टडी मैटीरियल नजर आएंगे। इसके बाद जिस मैटीरियल को आप पढ़ना चाहते हैं उस पर क्लिक करके पढ़ सकते हैं। साथ ही यहां से आप अपने किसी परिचित को वह स्टडी मैटीरियल ईमेल से भेज भी सकते हैं।

ऐसे करें खुद को रजिस्टर्ड
www.ndl.iitkgp.ac.in पर पहुंचकर होम पेज में रजिस्ट्रेशन का लिंक दिया हुआ है। इस लिंक पर क्लिक करें और मांगी गई जानकारी दें। रजिस्ट्रेशन करने से पहले ये भी सुनिश्चित कर लें कि आप डिजिटल लाइब्रेरी का इस्तेमाल किस लिए करेगें। जैसे अपना कोर्स की पढ़ाई के लिए, लिटरेचर पढ़ने के लिए इत्यादि। रजिस्ट्रेशन के दौरान यह जानकारी भी अपलोड करनी होगी। पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर बिना रजिस्ट्रेशन भी डिजिटल लाइब्रेरी का इस्तेमाल किया जा सकता है।

गरीब बच्चों को मिलेगा फायदा
हायर एजुकेशन के दौरान मंहगी किताबों का बोझ ना उठा पाने वाले गरीब बच्चों को डिजिटल लाइब्रेरी का सबसे अधिक फायदा होगा। क्योंकि मंहगी किताबें ना खरीद पाने की वजह से गरीब वर्ग के बच्चें पढाई छोड़ देते हैँ। लेकिन नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी का उपयोग करके अब गरीब बच्चें भी ऑनलाइन किताबों से परीक्षा पास कर सकेंगे।

ये है नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी में खास
विभिन्न लेखकों व प्रकाशकों के तेरह लाख से अधिक पाठ्य सामग्री होगी उपलब्ध।
इस वेबपोर्टल को पूरे देश में समझने के लिए इसे 70 भाषाओं में बनाया जा रहा।
ऑनलाइन जुड़ जाएंगे शैक्षणिक संस्थान
प्राइमरी से पीजी लेबल तक एजुकेशन मेटेरियल एक विंडो पर उपलब्ध।
इस वेबपोर्टल पर चालिस से अधिक लर्निंग रिसोर्सेस होंगे उपलब्ध।

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