बुधवार, 8 जुलाई 2020

किसके नाम हैं वरना, फॉर्च्यूनर, ऑडी, किसने कराईं फाइनेंस, पढ़ें Kanpur Encounter के अहम खुलासे

उत्तर प्रदेश पुलिस (Uttar Pradesh Police) की कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के मुख्य आरोपी गैंगस्टर विकास दुबे (Vikas Dubey) को पकड़ने की कोशिशें जारी हैं. कानपुर हत्याकांड की जांच में तीन गाड़ियां जो विजयनगर चौराहे पर लावारिस खड़ी पाई गयी थीं बेहद अहम हैं. सूत्रों की माने तो इन गाड़ियों में ‘वरना’ कानपुर के ही कपिल सिंह के नाम है, जबकि फॉर्च्यूनर कानपुर के रेस्टोरेंट संचालक राहुल सिंह के नाम है. वहीं बरामद ऑडी गाड़ी बीजेपी के युवा मोर्चा के मंत्री प्रमोद विश्वकर्मा के पत्नी के नाम है.  सूत्रों के मुताबिक विकास दुबे की पत्नी इन्ही गाड़ियों से फरार हुई थी.ये गाड़ियां अलग-अलग लोगों के नाम जरूर हैं लेकिन इसे विकास दुबे के सहयोगी जय बाजपेई ने इनके नाम से फाइनेंस कराई थी. जय बाजपेई न सिर्फ विकास दुबे बल्कि कई और रसूखदार लोगों के पैसे को इन्वेस्टमेंट में लगवाता था. सूत्रों के मुताबिक प्रमोद विश्वकर्मा से अभी तक पूछताछ नहीं की गयी है जबकि इन तीनों गाड़ियों की जांच से कुछ और अहम तथ्य सामने आ सकते हैं.

बता दें कानपुर हत्याकांड मामले में फरीदाबाद पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. इसमें एक विकास दुबे का खास साथी बताया जा रहा है, जबकि दो अन्य संदिग्ध हैं. गिरफ्तार किए गए एक शख्स का नाम कार्तिकेय उर्फ प्रभात और दूसरे का नाम अंकुर है. इन लोगों से यूपी पुलिस के शहीद पुलिस कर्मचारियों की दो पिस्तौल बरामद हुई है. बदमाशों के कब्जे से चार पिस्टल और 50 कारतूस भी बरामद की गई है. सूत्रों के मुताबिक, अंकुर ने विकास दुबे को छिपाने में मदद की थी.

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें